शब्दांकुर प्रकाशन

Antim Bhumika by Durgesh Awasthi ‘Anchal’

ISBN -

Subject -

Genre -

Language -

Edition -

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Publication Date -

Hours To Read -

Pages -

Total Words -

978-93-91546-12-0

Articles

Nature

Hindi

1st

57.5 MB

july 2022

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146

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ABOUT BOOK

आदरणीय डॉ. कुँअर बेचैन सच्चे मायनों में कविता को जीने वाले व्यक्ति थे। एक बहुत बड़े मुकाम पर प्रतिष्ठित हो जाने के बाद भी सहज और सरल बने रहना बहुत कठिन काम है, लेकिन डाक्टर साहब इस गुण को बहुत सरलता के साथ अपने व्यक्तित्व में सँजोये हुए थे। वे सबसे बहुत ही आत्मीयता के साथ मिलते थे। दुर्गेश अवस्थी ‘आँचल’ जी ने उनके शिष्य के रूप में उनसे जो कुछ पाया है, उससे संबंधित अपने व अन्य साहित्यकारों के संस्मरण इस पुस्तक के मध्यम से आपको सौंप रहे हैं।

ABOUT AUTHOR

लेखक का जन्म 5 जुलाई, 1977 को काँधी, कानपुर, उत्तर प्रदेश मे हुआ था। उनकी, उनके साहित्यिक गुरुदेव डॉ. कुँवर बेचैन के प्रति अगाध श्रद्धा है। उन्हें भारत की लगभग 50 संस्थाओं द्वारा सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। उनके द्वारा रचित पुस्तकों में ‘मासूम बेटियाँ’ तथा ‘प्रीत के द्वार पर’, प्रकाश्य कृति ‘अंतिम भूमिका’ (डॉ कुँवर बेचैन जी को समर्पित) तथा संपादित कृति ‘परों में आसमान’ (डॉ. प्रवीण शुक्ल जी का सन्दर्भ ग्रन्थ) हैं। अनेक प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में हिन्दी साहित्य और हिन्दी के साहित्यकारों पर उनके विभिन्न लेख प्रकाशित होते रहते हैं। वे तीन सौ से अधिक कवि-सम्मेलनों और मुशायरों में काव्य पाठ एवं विभिन्न साहित्यिक गोष्ठियों एवं सेमिनारों में सहभागिता कर चुके हैं।

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