Full Name : Anita Mandilwar
Husband’s Name : Sanjeev sinha
Birth Place : Bihar shariff
Current City : Ambikapur
Education : M.sc botany, Hindi literature, English literature
Interests : Write Poems, stores, novel, Anoouncing
Occupation : Lecturer biology
About Author :
नाम-श्रीमती अनिता मंदिलवार ‘सपना’
जन्मतिथि- 21 फरवरी 1975
शिक्षा – स्नातकोत्तर (वनस्पति शास्त्र, हिन्दी और अंग्रेजी साहित्य) बी.एड, पीजीडीसीए
विधा -गद्य एव पद्य (कविता, ग़ज़ल, नाटक, रूपक, लेख, कहानी, लघुकथा, हाइकु, तांका, चोका)
प्रकाशन -एकल काव्य संकलन
1.सृजन समीक्षा- अंतरा शब्द शक्ति प्रकाशन द्वारा
2.दोहा संग्रह – जीवन के रंग-दोहों के संग
3. काव्य संग्रह- सपनों की उड़ान
4. काव्य संग्रह- सच का दीपक
5. काव्य संग्रह-बसंत तुम आए क्यों
6 काव्य संग्रह- काव्यमेध
7. काव्य संग्रह – सपना की काव्यांजलि
8. काव्य संग्रह- स्वप्न सिंदूरी
9. आपातकाल में सृजन फुलवारी
10. सपना की आलेखावली (आलेख संग्रह )
11. एतराज (उपन्यास)
साझा संकलनों की संख्या- 850
सम्मान /पुरस्कार – लगभग 900
आकाशवाणी अंबिकापुर / दूरदर्शन रायपुर / मंच पर काव्य पाठ
अन्य उपलब्धियाँ -जनपरिषद भोपाल द्वारा प़काशित ग़न्थ ‘लीडिंग लेडीज
ऑफ मध्यप़देश एण्ड छत्तीसगढ़ vol I. & vol II एवं
हू ‘ज’ हू मे जीवन परिचय का प़काशन ।
2) मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित हिन्दी
निबंध प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार एवं नवभारत
मदसॆ डे प्रतियोगिता में द्वितीय पुरस्कार ।
3) नवभारत द्वारा quiz. प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार ।
4) दूरदर्शन से प्रसारित ‘भवदीय’ कार्यक्रम में सर्वश्रेषठ पत्र लेखन का पुरस्कार ।
5. दिसंबर 2017 में राष्ट्रीय कवि संगम के संभागीय सम्मेलन में राज्य और राज्य के बाहर साहित्य में योगदान के लिए सम्मानित ।
6.कलमकार मंच काव्य प्रतियोगिता में प्रथम स्थान
विशेष- इंस्पायर अवार्ड जिला स्तरीय प्रदर्शनी 2022-23 में मार्गदर्शन में मॉडल का राज्य स्तर के लिए चयन ।
संप्रति- व्याख्याता,
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय असोला
अंबिकापुर सरगुजा छ.ग
Representative Work :
नवगीत
आँसू मेरे मेरा परिचय
अमलताश सा अभिनंदन
स्वर्णिम सांझ की चाह थी
पर मिला दुरूस्वप्न भयंकर
सपना डर जाये इससे
करे रह रह कर बवंडर
विष बेल को सींचकर मन से
करे है जो करूण क्रंदन ।
सपने सब रहे अधूरे
अब बस पर्वत सा दुख है
जब मेघ टकराते मन के
यहाँ नहीं कोई सुख है
दृष्टि पटल से ओझल होकर
कैसे करें उसे वंदन ।
सूरज अभी दिखता नहीं
दुख का बादल है छाया
संवाद बन जाते मरहम
सब शब्दों की है माया
फिर वही टेसू हैं सुलगे
बातें बन जाती चंदन
आँसू •••
अमलताश •••
सम्पर्क
Phone No : 9826519494
Email : anita.mandilwar1@gmail.com
Address : अनिता मंदिलवार सपना W/o- संजीव सिन्हा, जरहागढ़ शिव मंदिर के पास
अंबिकापुर सरगुजा छतीसगढ़ पिन-497001