शब्दांकुर प्रकाशन

Ankita singh

पूरा नाम: अंकिता सिंह
पति का नाम : प्रशांत सिंह काशीवाले
जन्मतिथि: 1984-02-25
जन्म स्थान : सीतामढी
वर्तमान शहर : गुवाहाटी
शिक्षा : क्लिनिकल साइकोलॉजी में मास्टर
रुचियाँ : लेखन
व्यवसाय: Counsellor

About Author

अंकिता प्रशांत सिंह गत बीस वर्षों से शिक्षण, मनोविज्ञान और अध्ययन के क्षेत्रों में कार्यरत रही हैं। इन्होंने मनोविज्ञान में स्नातकोत्तर और गाइडेन्स व काउन्सेलिंग में स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्राप्त किया है। ये धौलाधार आर्मी प्राईमरी स्कूल, डलहॉजी छावनी में प्रधानाचार्या के पद पर कार्यरत रह चुकी हैं। भारतीय सेना से जुड़े होने के कारण इन्हें पूरे उत्तर व पूर्वोत्तर भारत के भ्रमण का अवसर मिला। भारत के विभिन्न हिस्सों में लोगों के रहन-सहन और संस्कृति की झलक इनकी कहानियों में देखने को मिलती है। इनकी पहली रचना “द ताज महल रिव्यू” जरनल के दिसम्बर 2012 के अंक में प्रकाशित हुई। ये हिंदी व अंग्रेजी भाषाओं में काव्य तथा कहानियाँ लिखने में रुचि रखती हैं।

Representative Work : 

“दुहिता” दस कथाओं व पाँच काव्यों का संकलन है जिनमें जीवन की कठिनाइयों को साहस व संवेदना से पार करने की प्रेरणा दी गई है। ये कहानियाँ भारत के कई कोनों से आती हैं। हर रचना में वहाँ के रहन सहन की झलक मिलती है। इस संकलन के माध्यम से पाठकों को भारत के विभिन्न भागों से जोड़ने के साथ उनके समक्ष आ रहे व्यवधानों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण प्रस्तुत करने कोशिश की गई है। इस संकलन की रचनाओं में आशा, स्नेह और संघर्षों के पार खड़ी विजय है; वे रिश्ते हैं जिनसे शायद हम दूर हो चुके हैं; परिवार व समाज में अपनी पैठ बना चुके उन विचारों से लड़ाई है जो नई पीढ़ी को आगे बढ़ाने से रोकती है। मणिपुर में बसे नगलोई की पहाड़ियों से लेकर बिहार में गंगा के किनारे बसे भागलपुर तक और हिमाचल में डलहॉजी की बर्फ से लेकर ग्वालियर की पुरानी हवेलियों तक विचरण करती ये कहानियाँ, पाठक को रिश्तों में छिपे प्रेम से अवगत करवाती हैं। कुछ कहानियों में हृदय को छू जाने वाले प्रश्न हैं तो कुछ में नियति व भाग्य से लड़ सकने के उत्तर । ये रचनाएँ हमें जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती हैं।

सम्पर्क

फ़ोन नंबर : 08420687305
ईमेल पता : ankitaprashant.singh@gmail.com
पता : A10, A BLOCK, HOSHIYAAR SINGH ENCLAVE

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