ISBN -
Subject -
Genre -
Language -
Edition -
File Size -
Publication Date -
Hours To Read -
Pages -
Total Words -
978-93-85776-73-1
Memoirs
Nature
Hindi
1st
21 MB
April 2021
40 min
48
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ABOUT BOOK
डॉ. अंबेडकर ऐसे समय भारत में पैदा हुए जब अंग्रेजों की दासता से मुक्त होने के लिए स्वतंत्र संग्राम शुरु हो चुका था। उस समय भारत में हर तरफ जातिवाद का भी बोलबाला था, जिसके कारण शूद्र और दलित कहे जाने वाले लोगों क्यों न केवल शिक्षा से वंचित रखा गया बल्कि सवर्ग लोगों द्वारा अमानवीय अत्याचारों के साथ-साथ उनका हर प्रकार से शोषण किया जाता था। उस समय ईसाई मिशनरियों के माध्यम से उन्हें शिक्षा प्राप्त करने का कुछ अवसर मिला जिसके कारण महात्मा फुले जैसे लोगों में अधिकारों के प्रति जागरूकता आने लगी। डॉ. अंबेडकर पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ा और उन्होंने वंचित वर्ग के लोगों की पीड़ा को न केवल अच्छी तरह समझा बल्कि खुद के जीवन के कटु अनुभव के कारण झेला। इस प्रकार उनके जीवन में कटु अनुभव कराने वाली कुछ घटनाओं का विवरण खुद उन्होंने अपनी पुस्तक “वेटिंग फॉर द वीज़ा” में लिखा। इसी पुस्तक का सरल भाषा में अनुवाद कर हिंदी भाषी क्षेत्र के दलितों के लिए उनकी जानकारी उपलब्ध कराने की चेष्टा की गई है ताकि उनसे प्रेरणा लेकर उन्नति के संघर्ष में आगे बढ़ सके।