शब्दांकुर प्रकाशन

Jharokhe Me Bachpan by Rajesh Mandar

ISBN -

Subject -

Genre -

Language -

Edition -

File Size -

Publication Date -

Hours To Read -

Pages -

Total Words -

978-93-91546-75-5

Poetry

Nature

Hindi

1st

17.4 MB

july 2022

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150

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ABOUT BOOK

राजेश मंडार जी ने जीवन के विभिन्न पहलुओं और आयामों को अपनी रचनाओं के माध्यम से इस पुस्तक में उजागर किया है तथा हिंदी साहित्य को समृद्ध किया है। रचनाओं को पढ़कर ऐसा प्रतीत होता है कि राजेश मंडार जी ने बचपन को बखूबी जिया है और उस समय की हर एक बात उनको अच्छे से याद है। दूसरी तरफ राजेश जी ने अपनी दृष्टि मानव मूल्यों और भारतीय संस्कृति पर भी डाली है।

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