नाम – कौशिक मुनि त्रिपाठी
पिता का नाम – हरिशंकर मणि त्रिपाठी
जन्म तिथि – 6 अप्रैल 1985
जन्म स्थान – रीवा, मध्यप्रदेश
अभिरुचि – पुस्तकें पढ़ना
सम्प्रति – अध्यापक
लेखक परिचय
कौशिक मुनि त्रिपाठी का जन्म 6 अप्रैल 1985 को रीवा जिले (मध्यप्रदेश) के चुवां गाँव में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ। इनकी माता का नाम अनुसुईया त्रिपाठी तथा पिता का नाम हरिशंकर मणि त्रिपाठी है। बचपन से ही इन्हें कहानियों एवं कविताओं को पढ़ने एवं लिखने का शौक था। प्रसिद्ध कहानीकार “मुंशी प्रेमचंद्र” की कहानियों से इन्हें प्रेरणा प्राप्त हुई। इन्होंने कहानियों की भाषा सरल एवं सहज रखते हुए हिंदी भाषा के साथ-साथ कुछ अंग्रेजी एवं उर्दू भाषाओं के शब्दों का प्रयोग किया है।
कहानियों के साथ-साथ इन्हें कवितायें लिखने का भी शौक है। इनकी कविताओं में सामान्यतः वीर एवं रौद्र रस का समावेश दिखायी देता है।
इनकी कहानियों पर आधारित पहली पुस्तक 2009 में प्रकशित हुयी। इनकी दूसरी पुस्तक का नाम “अनंत की ओर” है जो की वर्ष 2017 में प्रकाशित हुई। इनकी तीसरी पुस्तक “मन के धागे” एक हाइकु संग्रह है जो की वर्ष 2020 में प्रकाशित हुई।
इन्होंने भौतिकी एवं गणित विषयों में स्नातकोत्तर के साथ-साथ बी एड भी पूर्ण किया है एवं वर्तमान में भौतिकी विषय के व्याख्याता हैं।
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