ISBN -
Subject -
Genre -
Language -
Edition -
File Size -
Publication Date -
Hours To Read -
Pages -
Total Words -
978-81-19686-34-6
Stories
Nature
Hindi
1st
39.8 MB
May 2024
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122
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ABOUT BOOK
‘खंडित यक्षिणी’ कहानी संग्रह डॉ. रमा द्विवेदी जी की सृजन यात्रा की पाँचवीं पुस्तक है और गद्य विधा की यह दूसरी पुस्तक। इसके पहले डॉ. रमा द्विवेदी जी की दो कविता संग्रह ‘दे दो आकाश’, ‘रेत का समंदर’, एक हाइकु संग्रह ‘साँसों की सरगम’, एक लघुकथा संग्रह ‘मैं द्रौपदी नहीं हूँ’ प्रकाशित हो चुके हैं।
इस कहानी संग्रह में मानव जीवन की प्रवृत्तियाँ, कुवृत्तियाँ, सामाजिक विसंगतियाँ, नारी मन की पीड़ा एवं प्रेम और मानवीय कमजोरियों से युक्त विविध भाव भूमि पर आधारित कहानियाँ बुनी गई हैं। इनका कथानक अपने आस-पास घटित घटनाओं से लिया गया है। ये सब जीवन के अनुभूत सत्य भी हैं जिन्हें डॉ. रमा द्विवेदी जी ने पात्रों के चरित्रों और संवाद के माध्यम से शब्दों का जामा पहनाने का प्रयास भर किया है।