शब्दांकुर प्रकाशन

Pushpa Mehra

जन्म : उन्नाव, उत्तर प्रदेश
जन्म तिथि : १० जून सन १९४१ 
शिक्षा : एम.ए. (संस्कृत, सोशोलोजी) बी.टी.
अभिरूचि : लेखन
सम्प्रति : स्वतंत्र लेखन

परिचय

उत्तर प्रदेश के जिला उन्नाव पुरवा तहसील के अन्तर्गत मौराँवा कस्बा के सुशिक्षित परिवार में जन्मी पुष्पा मेहरा जी ने मौराँवा और उन्नाव में शिक्षा प्राप्त करके भारतीय समाज कल्याण सलाहकार बोर्ड लखनऊ द्वारा संचालित प्रौढ़ महिला विदद्यालय में और जूनियर हाई स्कूल उन्नाव में इन्चार्ज और मुख्य अध्यापिका के पद पर शिक्षण कार्य किया। आपने भारत सेवक समाज उत्तर प्रदेश द्वारा संचालित ग्रामीण महिला सेवा सम्बन्धी विकास कार्यों को करने के लिये आयोजित शिविर में भाग लिया और महिलाओं तथा बच्चों की स्वच्छता तथा शिक्षा के प्रचार-प्रसार तथा परिवार नियोजन का महत्व आदि जन जागृति जैसे कार्यों में आप बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती रहीं।

विवाहोपरांत प्राइमरी स्कूल और मान्यता प्राप्त  मिडिल स्कूल में मुख्य अध्यापिका के पद पर कार्य किया। तत्पश्चात लगभग बीस वर्ष दिल्ली नगर निगम के शिक्षा विभाग करोल बाग़ क्षेत्र में अध्यापिका के पद पर कार्य करते हुए क्षेत्रीय और अंतर क्षेत्रीय स्तर पर होने वाली कविता पाठ प्रतियोगिताओं में प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त कर गोल्ड मैडल जीतती रहीं। सर्वोत्तम शिक्षिका के पुरस्कार से सम्मानित हुईं। कविता पाठ समारोहों में भी जब कभी मौक़ा मिला भाग लेती रहीं हैं। आपके द्वारा कविता की लिखी हुई पुस्तकें हैं- अपना राग, किताबघर प्रकाशन (२०१०), अनछुआ आकाश, अमृत  प्रकाशन (२०१०), रेशा-रेशा, अमृत प्रकाशन (२०१३), सागर-मन, अयन प्रकाशन (२०१५), आड़ी-तिरछी रेखाएँ, अनन्य प्रकाशन (२०१६) और तिनका-तिनका दोहा संग्रह शब्दांकुर प्रकाशन (२०१९)।

आपके हाइकु काव्य संग्रह सागर मन को नारी अस्मिता साहित्य सम्मान, वड़ोदरा (२०१५) ल प्राप्त हुआ। आप संघर्षों के बीच नया रास्ता बनाने के पक्ष में हैं। नकारात्मक अंधेरों में सकारात्मक रंगों के इद्रधनुष सजाना इनका लक्ष्य है। आपकी कथनी और करनी समान है।

सम्पर्क

बी-201, सूरजमल विहार, दिल्ली 110092
pushpa.mehra@gmail.com

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r b mehra

पुष्पा मेहरा एक जानी- मानी कवयित्री हैं | काव्य की विभिन्न विधाओं में उन्होंने रचनाएँ की हैं |

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