शब्दांकुर प्रकाशन

Ritu Garg

Full Name : Ritu Garg
Husband ‘s Name : देवेंद्र कुमार गर्ग
Date Of Birth : 1972-12-31
Birth Place : भिवानी
Current City : Siliguri
Education : 10+2
Interests : लेखन,पठन
Occupation : गृहिणी
About Author : मैं सिलीगुड़ी पश्चिम बंगाल के रहने वाली सकारात्मक सोच के साथ कुरीतियों का विरोध करने वाली और सकारात्मक लेख के द्वारा समाज को जागृत करने वालीमहिला हूं जो समाज सेवा के साथ-साथ साहित्य में भी रुचि रखती है और समय-समय पर पत्र पत्रिकाओं में रचनाएं लेख लघु कथा इत्यादि प्रकाशित होती रहती है और काफी साहित्यिक सम्मान प्राप्त हो चुके हैं
Representative Work :

पानी, जल

जीवन की सांसों का आना-जाना,
जल बिन कहां संभव हो पाता ।।

आनंद धाम कहां जल बिन होता,
राहों में उन्नति द्वार कब खुलता ।
अभिलाषा का श्रृंगार कब होता,
बाग बगीचों में फल कब मिलता।

वसुधा,कंदराओं में कहां जीवन,
स्नेहिल स्वप्न संसार कहां मिलता।
जल बिन सरिता, सागर , सरोवर,
बाग,विटप,सुमन कहां खिलता ।

प्रातः सूर्य रश्मि आलोक कहां होता,
कहां सृष्टि का पुष्प पंकज खिलता ।
नक्षत्रों की भाषा गढ़ता पढ़ता कोन,
मेह बिन जब ताल जलकूप न भरता ।

प्रगति का द्वार कोप जब करता,
शोक वेदना भय का संगम होता।
जल जीवन की छटा अनुरक्ति है,
जल मानव में अमृत रस भरता ।

जल बिन मानव का जन धन मन,
प्रेम प्रणय कब किससे करता।
जल बिन परमधाम कहां होता,
जल बिन सब सूना सब सूना होता।

जल बिन तुम और मैं न होते,
जल बिन कोरा कागज़ ही होता।
जल बिन जीवन कहां संभव है,
जल बिन सृष्टि का अंत निश्चित है।

सम्पर्क

Phone No : 9933451122
Email  : gargritu0101@gmail.com

 

 

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