शब्दांकुर प्रकाशन

Satish Mishr ‘Achook’

नाम : सतीश मिश्र ‘अचूक’
पिता का नाम : स्व. श्री जियालाल मिश्र
जन्म तिथि : 09 जुलाई 1974
जन्म स्थान : सपहा (पीलीभीत)
शिक्षा : मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन
अभिरुचि : कविता लेखन, पठन, तीर्थाटन
सम्प्रिति : जिला संवाददाता (अंका) आकाशवाणी/दूरदर्शन पीलीभीत

लेखक परिचय

उत्तर प्रदेश का पीलीभीत जनपद बांसुरी में सुमधुर स्वर फूंकने और बाँसमती चावल की भीनी खुशबू हेतु देश दुनिया में जाना जाता है। यहां जन मन भावन व पावन आदि गंगा माँ गोमती के पौराणिक उदगम स्थल (माधोटांडा) के निकटवर्ती कस्बा पूरनपुर (पंकजनगर) निवासी सतीश मिश्र ‘अचूक’ आशुकवि व साहित्यकार के अलावा एक संवेदनशील पत्रकार भी हैं। 9 जुलाई 1974 को ग्राम सपहा जनपद शाहजहांपुर (अब पीलीभीत) में स्व.पंडित जियालाल मिश्र व स्व. प्रेमा देवी मिश्रा के घर जन्मे सतीश मिश्र ने प्राथमिक शिक्षा पड़ोसी गांव बागर व कुर्रैया में प्राप्त की। पूरनपुर के पब्लिक इंटर कालेज से माध्यमिक और पीलीभीत के उपाधि स्नातकोत्तर महाविद्यालय (एमजेपी रुहेलखंड विवि) से स्नातक किया। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्व विद्यालय, भोपाल से पत्रकारिता में परास्नातक (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त कर दैनिक जागरण, अमर उजाला, दैनिक हिंदुस्तान में सेवाएं दीं। संस्कार भारती की “कलाकुंज भारती” मासिक पत्रिका में जिला संवाददाता के दायित्व का एक दशक तक निर्वहन किया। आप वर्तमान में प्रसार भारती (आकाशवाणी/दूरदर्शन) के पीलीभीत जिले में अंशकालिक संवाददाता के रूप में कार्यरत हैं। बरेली से प्रकाशित 2 टूक सांध्य दैनिक व रुहेलखण्ड पोस्ट साप्ताहिक समाचार पत्र में भी निशुल्क सेवाएं दे रहे हैं।
गद्य व पद्य लेखन, पुस्तकें पढ़ने, वन्यजीव संरक्षण, तीर्थाटन और पर्यटन में आपकी काफी रुचि है। गोमती पुनरुद्धार अभियान में तन मन धन से सहयोग कर आपने एक अलग पहचान बनाई है। गांव व क्षेत्र में अच्छा स्कूल न होने से आहत श्री मिश्र ने शिक्षा के प्रसार हेतु गांव में अपने स्वर्गीय पिता श्री जियालाल मिश्र की स्मृति में उनके नाम से कालेज की स्थापना कराई है। आप पत्रकारों की जिला स्तरीय स्थाई समिति में सदस्य हैं व प्रेस क्लब सहित विभिन्न साहित्यक व सामाजिक संगठनों से भी जुड़े हुए हैं। बच्चों के टीकाकरण की बेहतर रिपोर्टिंग हेतु आपको 2017 में यूनिसेफ ऑफ इंडिया द्वारा “रेडियो फ़ॉर चाइल्ड पुरस्कार” दिया गया। यह पुरस्कार फ़िल्मनगरी मुम्बई में सुप्रसिद्ध सिने तारिका माधुरी दीक्षित ने अपने हाथों से दिया। आपको पंडित “रामभरोसेलाल पांडेय पंकज” स्मृति पुरस्कार (राष्ट्रकवि पंडित वंशीधर शुक्ल स्मारक व साहित्य प्रचार समिति द्वारा 2016 में), कवि गुरु रवींद्रनाथ ठाकुर सारस्वत साहित्य सम्मान (भारतीय वाड्मय पीठ कलकत्ता द्वारा 2009 में), श्री उर्मिलेश शांख्यधार स्मृति साहित्य सम्मान, काव्याश्रम साहित्य सम्मान, कृष्ण प्रिया साहित्य सम्मान (2021), हरिवंशराय बच्चन सहित सम्मान (2022) दिया गया। जिला स्तर पर विभिन्न साहित्यक व सामाजिक संस्थाओं व जिला प्रशासन से दर्जनों सम्मान व पुरस्कार आपको मिले हैं। पीलीभीत की खूबसूरत प्राकृतिक वादियों, जिले से प्रकट हुई गोमती नदी और वन व वन्यजीवों की बहुलता हेतु विख्यात पीलीभीत टाइगर रिजर्व पर बेहतर रिपोर्टिंग कर पर्यटन व तीर्थाटन को प्रोत्साहन देने हेतु निस्वार्थ भाव से लगे हुए हैं।
अब तक सतीश मिश्र की 6 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकीं हैं। इनमें मातेश्वरी गूंगा देवी (ऐतिहासिक व पौराणिक भक्ति काव्य 2005), कलियुग के भगवान (कविता संग्रह 2019), लॉक डाउन के शॉक (कोविड काल के विविध काव्य चित्र 2020), काव्य रचनाओं की चौथी पुस्तक “अचूकवाणी” (2021) और जनवरी 2022 में माँ को समर्पित “मां की महिमा” पुस्तक प्रकाशित हो चुकी है। मई 2022 में “अचूक कुण्डलियाँ” नाम की उनकी छठी पुस्तक का प्रकाशन शब्दांकुर प्रकाशन से हुआ है। इसमें उनके 237 कुण्डलिया छन्द संगृहीत हैं।
लघु शोध प्रबंध “आपातकाल एक त्रासदी” (2008), पूरनपुर विकास दर्पण (2007), पीलीभीत कस्तूरी महोत्सव स्मारिका (2019), “जनता के दुलारे योगी जी हमारे” (साझा काव्य संकलन 2022) के सम्पादक या सह सम्पादक के दायित्व का निर्वहन किया है। मौजूदा समय में श्री मिश्र मुम्बई से प्रकाशित “मुम्बई गौरव” डेली डिजिटल समाचार पत्र का सम्पादन कर रहे हैं। साझा काव्य संकलन जैसे “हमारी शान तिरंगा है”, “ममता की छांव तले”, “काव्याश्रम”, “विदित”, “एक नजर”, “हास्य के रंग काव्य के संग” “काव्य संसार” आदि दर्जनों संकलनों में आपकी काव्य रचनाएं प्रकाशित हुईं हैं। इसके अलावा कई प्रमुख पत्र पत्रिकाओं में लेख व व्यंग्य भी अक्सर छपते रहते हैं। आकाशवाणी के विभिन्न केंद्रों से मिश्र जी की कविताएं, लेख व रिपोर्ट प्रसारित हो चुकीं हैं। आपकी आकाशवाणी लखनऊ से मासिक कार्यक्रम में प्रसारित हो रही “पीलीभीत जिले की हलचल” काफी पसंद की जा रही है। कोविड काल में आकाशवाणी रामपुर से प्रसारित “जीत जाएंगे हम” कार्यक्रम ने जिले भर में समां बाँध दिया था। आपके लिखे कई गीतों का फिल्मांकन भी हुआ है और यह गीत सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं। इन्हें नीचे दिए यूट्यूब चैनल व अन्य सोशल मीडिया माध्यमों के जरिये देखा व सुना जा सकता है। आप कवि व साहित्यकारों को प्रोत्साहित करने हेतु भी प्रयासरत हैं। हाल में ही श्री मिश्र को फ़िल्मनगरी मुम्बई में फ़िल्म व टेलीविजन के स्क्रिप्ट राइटर्स की संस्था “एस.डब्ल्यू.ए. इण्डिया” (स्क्रीन राइटर्स एसोशिएशन) की सदस्यता मिली है और आई.पी.आर.एस (बौद्धिक सम्पदा पंजीकरण व लाभांश प्रदान करने हेतु कार्य कर रही कवि, लेखकों, गायकों व कंपोजर्स की संस्था) ने भी उन्हें अपना सदस्य बनाया है।

सम्पर्क

फोन : 9411978000, 8948678000
ईमेल : air.pilibhit@gmail.com
पता : अर्पित सदन, पंकजनगर, गली न. 10, पूरनपुर, जिला (बाँसुरी नगरी) पीलीभीत, उत्तर प्रदेश 262122

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