शब्दांकुर प्रकाशन

vishvambhar

vishvambhar shukl

Full Name : विश्वम्भर शुक्ल
Father’s Name : स्मृतिशेष बनवारीलाल शुक्ल
Date Of Birth : 20 फरवरी
Current City : खीरी-लखीमपुर, उ.प्र.
Education : —
Interests : कविता
Occupation : पूर्वप्राचार्य, सी.जी. एन. पोस्ट-ग्रेजुएट कालेज, गोलागोकर्णनाथ, खीरी लखीमपुर

 

About Author

विश्वम्भर शुक्ल, एक जाने-माने लेखक हैं जो अपनी कविताओं और गीतों के लिए प्रसिद्ध हैं। उनका जन्म 20 फरवरी 1947 को उत्तर प्रदेश के रेहरिया, खीरी-लखीमपुर में हुआ। उनके माता का नाम स्मृतिशेष विद्यावती और पूज्य पिता स्मृतिशेष बनवारीलाल शुक्ल है।

विश्वम्भर शुक्ल का प्राचार्य के रूप में कार्यकाल था और वे सी.जी. एन. पोस्ट-ग्रेजुएट कालेज, गोलागोकर्णनाथ, खीरी लखीमपुर, उत्तर प्रदेश के अधीन कार्यरत थे। यह कालेज लखनऊ विश्वविद्यालय से संबद्ध है।

उनकी अनेक पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं। उनकी प्रकाशित कृतियों में “दृगों में इक समन्दर है” (गीतिका शतक, 2017), “उम्र जैसे नदी हो गई” (गीतिका शतक, 2017), “रश्मि करे अभिषेक” (दोहा-मुक्तक संग्रह, 2017), “मृग कस्तूरी हो जाना” (गीतिका-शतक, 2018), “उड़ान परिंदों की” (कविताएँ, 2018), “दर्द का मुस्कराना हुआ” (गीतिका-शतक, 2019), “आना मेरे घर गौरैया” (बाल कविता संग्रह, 2019), “बहते जल पर जल लिख डाला” (गीत-संग्रह, 2020), “कभी न थकती जिन्दगी” (दोहा-गीत संग्रह, 2020-), “वन्दे भारत मातरम्” (गीत-संग्रह, 2021), और “शब्दों की तरणी लहरों पर” (गीत-संग्रह, 2022) शामिल हैं।

इन पुस्तकों के अलावा उन्होंने कई पुस्तकों का संपादन भी किया है। उनके द्वारा संपादित पुस्तकों में “विहग प्रीति के” (मुक्तक-संकलन), “गीतिका है मनोरम सभी के लिए” (गीतिका संकलन), “तन दोहा मन मुक्तिका” (दोहा मुक्तक संकलन), “गीत सिन्दूरी हुए” (गीत-संकलन), “गीतिकायन” (गीतिका-संकलन), और “हरा समुन्दर गोपी चंदन” (बाल कविता संकलन) शामिल हैं। इन पुस्तकों में विश्वम्भर शुक्ल जी ने साझा काव्य-संग्रहों का संपादन किया है।

उनके लेखन का विशेषता यह है कि उनकी कविताएँ और गीत साधारण जीवन की अनुभूतियों और भावनाओं को सुंदरता के साथ प्रकट करती हैं। उनकी कविताओं में ध्यान, प्रेम, जीवन की उदासी, विचारशीलता और राष्ट्रीय भावनाएं व्यक्त होती हैं। उनकी गीतिकाएँ संगीत और भाषा के समन्वय के माध्यम से काव्य सुंदरता को बढ़ाती हैं।

वे अपने काव्य के माध्यम से व्यापकता का अनुभव कराते हैं और अपनी रचनाओं से पाठकों के दिलों को छूने की क्षमता रखते हैं। उनके शब्दों में जीवन की गहराई, आंतरिक आत्मा की उडान और सांस्कृतिक एकता की अनुभूति प्रकट होती है।

 

सम्पर्क

Phone No : 9453618200, 9005899887

Emai : vdshukla01@gmail.com

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